रविवार, 15 मार्च 2015

महात्मा गाँधी की वासनायें

आज कश्मीर भी चर्चा में है और गांधी भी, वैसे यह हम भारतियों की अल्प स्मरणशक्ति है जो बहुत से तथ्यों को बहुत जल्दी विस्मृत कर देती है। नेहरू ने कश्मीर समस्या को पैदा किया यह तो सब जानते हैं लेकिन उसमे गांधी का क्या योगदान रहा यह बहुत कम लोग जानते हैं। मेरी 30 जनवरी की पोस्ट जिन मित्रों ने पढ़ी होगी उसमे मैंने 26 में से तीन कारण बताये थे जिनकी वजह से नाथूराम गोडसे जी ने गांधी जी की हत्या की थी। उस पोस्ट में या आज के सन्दर्भ में चौथा कारण भी उतना ही महत्वपूर्ण है ,जितने की वे तीन थे। चौथा कारण नाथूराम गोडसे जी के शब्दों में ---
-"कश्मीर के सन्दर्भ में गांधी जी ने बार बार यह घोषणा की, कि राज्य की ज़िम्मेदारी शेख अब्दुल्लाह को सौंप देनी जानी चाहिए और महाराजा कश्मीर को सेवानिवृत हो कर बनारस चले जाना चाहिए, उन्होंने (गांधी ने) इसके इलावा कोई और कारण नहीं बताया कि कश्मीर मुस्लिम बाहुल्य राज्य है। उनकी यह घोषणा इस बात का बिलकुल विरोधाभास करती है कि उन्होंने निज़ाम हैदराबाद को ऐसा कोई सुझाव नहीं दिया जो की भारत के गणराज्य में शामिल नहीं होना चाहता था और हैदराबाद एक हिन्दू बाहुल्य राज्य है। उन्होंने निज़ाम को एक बार भी सेवानिवृत हो कर मक्का जाने का सुझाव नहीं दिया। " Excerpts from Page 79, "Why I Assasinated Gandhi --- Nathuram Godse .
ये तो थे नाथूराम जी के शब्द, जो कांग्रेसी सरकारें दशकों तक छुपाये रहीं, लेकिन कभी कभी सोचता हूँ कि क्या कांग्रेसी सिर्फ ब्लॉग या फेसबुक पर ही ध्यान देते हैं, भारत के प्रतिष्ठित अखबारों के समाचारों का संज्ञान नहीं लेते ??? वैसे आज सिर्फ काटजू के खिलाफ संसद में निंदा प्रस्ताव पारित होने के बाद "दैनिक भास्कर" वाले सोच रहे होंगे भैया बच गए अगर संसद 30 जनवरी को चल रही होती तो हम भी निपट जाते। आप ही पढ़ लीजिये, बापू की अमर कहानी, "दैनिक भास्कर" की ज़ुबानी। ( 6 स्लाइड्स हैं ,काफी ज्ञानवर्धक हैं) http://www.bhaskar.com/…/GUJ-AHM-mahatma-gandhiji-wanted-re…

विवेक मिश्र
11. 3 . 2015
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